top of page

एक महिला घुटनों तक पानी में खड़ी है, जो अँधेरे को चीरती पूर्णिमा की रोशनी से जगमगा रही है। प्रकाश और छाया, धरती और आकाश, स्थिरता और गति के बीच एक सुंदर तनाव है। पानी में प्रतिबिंब द्वैत, दृश्य और अदृश्य का बोध कराता है। उसकी भाव-भंगिमा आध्यात्मिकता, समर्पण और आह्वान का आभास देती है।
**बिक्री के लिए नहीं**

बीच का प्रकाश

$0.00मूल्य
    bottom of page